कहा गया है कि भगवान राम और माता सीता के सभी गुणों में निर्दोषता है और उनके सम्पूर्ण कर्म पवित्र धर्म में ही स्थित हैं।
In the divine union of Rama and Sita, we find a timeless tale of love, devotion, and mutual respect. Their sacred bond serves as a guiding light in today's complex relationships.